हसीन रात..
वो रात मेरे जिंदगी की सबसे हसीन रात थी| मेरे रातो के ख्वाबो में जिसका पहेरा था|वो आज मेरे बाहो में थी उसके बदन की वो खुशबू अब मेरे बिस्तर से आ रही थी|उसके चेहरे कि वो मसुमियत मुझे बेकरार कर रही थी की बस उसको देखता रहूं| रात में जब वो मेरे घर आई तब उसे सहारे की जरुरत थी| किसिसे उसका दिल तुटा था| मुझे लगा में उसे सहारा दे सकता हूँ पर सच कहूँ तो मुझे हि उसके सहारा चाहीये था| वो आते ही मुझसे बिलगकार रोने लगी| शायद वो कुछ बोल भी रही पर उसे बाहो में पाकर मेरा दिमाग सुन्न हो गया था| अब वो मेरे इतने करीब थी की हम दोनो एक दुसरे कि सांसो को महसुस कर पा रहे थे| मैनें उसे कहा,"Are You Sure?" उसने जवाब नहीं दिया बस मेरे ओठो पे अपने ओठ रखकर किस करने लगी| मेरे लिये ये किसी सपने जैसा था| कहा जाता है कि किस करते वक्त लोग अक्सर आँखे बंद करते हैं पर मैने आँखे खुली रखी तो रखी पर और भी बडी कर ली|कूछ समय बाद मानो वो जबांन से मेरे मूहँ में कूछ तलाश कर रही है| ये सिलसिला कूछ देर चलता रहा| तभी मैनें उसे अपने आप से दूर किया| अब वो रोने लगी| और बोली,"उसने ठीक कहा था मैं किसीको खुश नहीं रख सकती| मैं उसके पास गया उसके हाथ को थामकार कहा,"तुम्हे पता हैं आज जो तुमने मुझे किस किया वो मेरा कितनी रातों का ख्वाब है(अब वो मेरी तरफ देख रही थी)|लेकिन मुझे सिर्फ तुम्हारा शरीर नहीं चाहीये जब तुम मेरे बाहों में आवो तो मेरी और तुम्हारी धडकने एक हो जाये|इन आँखो में किसी के लिये गुस्सा नहीं बस मेरे लिये प्यार हो|"
वो बोली," I Love You!"
मैनें उसके चेहरे पर हाथ रखा और बोला,
"मुझे पता हैं आज तुम्हे किसी के साथ की जरूरत हैं|चाहो तो तुम यहाँ रूक सकती हो|पर मैं चाहता हूँ जब हम रिश्ते को आगे बढाये तो वो उम्र भर के लिये हो ना की एक रात के लिये|"
अब उसने मुझे फिर से गले लगाया| पुरी रात वो मेरी बाहों में सोई थी और पुरी रात मैनें उसे देखकर बिताई थी|
-बुद्धभूषण जाधव
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